_________®
- Started
- Last post
- 31 Responses
- unfittoprint
sick of this.
Take the initiatic path, the inverted tower , follow the subterranean waters. Or perish.
- Rand0
me too
I must be fucking mad
- Gorbie0
finally.......... ..... . .....
.... ..... .....
... . . ...... tonight...... .....
. i. ... . ....... ...
... . .can.....
. .. .... ....
.. . ... . . ... rest.
...... .... ....... .......
.. . .. ... ......... . .... .... ....
- Rand0
you must be fucking mad
- kodap0
--- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- -
yeah
- Rand0
fucking liar
- Gorbie0
ju st a br ief mo ment of clar ity bef ore my whol e wor ld c ollap ses ......... ... ... ... ......
. .. ..... .... once... . . ..... ........ .......ag ain.... .... ... ........ ....... .... .... . .....
. a aee rgg hh .. ....
- Mick0
Nice pic anyway
- Rand0
a borgesian horror of mirrors
- grayhood0
i'm gonna kill some muthas.
- Rand0
a trapdoor to psychosis
- Gorbie0
it's like......... ...
.........how can...... you de ..clair...... .. some... thing. .... to . .
....be
in...finite.. ...
...... . . . ....... . . ....
if you... already ... ...
imagined...... . . . ....
. . . .....the.... .. .
.. ......... . . end... ...... ..
...... ...aaerrr...... aaahhg
......yo. .. . ....
......... . . ....no
.............soy .. ...
. . . ....... . . . ..yo... .. ...
- JazX0
Ha, I knew it was Unfit, before I evern checked the poster! ;)
- Rand0
only acceptance can stop the endless feedback loop
- grayhood0
cause you could never know that...
... in a time trap.
- Rand0
EXACTLY- step out of time
- Gorbie0
... ...... .. ..... . ......
.. .... ...........
. . ..... .. . .. ....
....... . . ......built. . ....
. . ...to . .. ....spill....?
- Rand0
someone who thinks he remembers his dreams
- grayhood0
keeeeeeeeppppp....
....o:::::;it;;:::....:..like
a..
....................secret.....
- Rand0
this is the word version of the