_________®

  • Started
  • Last post
  • 31 Responses
  • unfittoprint

    sick of this.

    Take the initiatic path, the inverted tower , follow the subterranean waters. Or perish.

    http://plura.pt/nt/___anrchtn.ht…

  • Rand0

    me too

    I must be fucking mad

  • Gorbie0

    finally.......... ..... . .....
    .... ..... .....
    ... . . ...... tonight...... .....
    . i. ... . ....... ...
    ... . .can.....
    . .. .... ....
    .. . ... . . ... rest.
    ...... .... ....... .......
    .. . .. ... ......... . .... .... ....

  • Rand0

    you must be fucking mad

  • kodap0

    --- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- ---- ---- - - -- -- -- - - -- - - -- - - - --- - --- - - --- - - -- - - ---- -
    yeah

  • Rand0

    fucking liar

  • Gorbie0

    ju st a br ief mo ment of clar ity bef ore my whol e wor ld c ollap ses  ......... ... ... ... ......

    . .. ..... .... once... . . ..... ........ .......ag ain.... .... ... ........ .......  .... .... . .....
     . a aee rgg hh .. ....

  • Mick0

    Nice pic anyway

  • mitsu0

    ?

  • Rand0

    a borgesian horror of mirrors

  • grayhood0

    i'm gonna kill some muthas.

  • Rand0

    a trapdoor to psychosis

  • Gorbie0

    it's like......... ...

    .........how can...... you de ..clair...... .. some... thing. .... to . .

    ....be

    in...finite.. ...

    ...... . . . ....... . . ....

    if you... already ... ...

    imagined...... . . . ....

    . . . .....the.... .. .

    .. ......... . . end... ...... ..

    ......  ...aaerrr...... aaahhg

    ......yo. .. . ....

    .........  . . ....no

    .............soy .. ...

    . . . ....... . . . ..yo... .. ...

  • JazX0

    Ha, I knew it was Unfit, before I evern checked the poster! ;)

  • Rand0

    only acceptance can stop the endless feedback loop

  • grayhood0

    cause you could never know that...
    ... in a time trap.

  • Rand0

    EXACTLY- step out of time

  • Gorbie0

    ... ...... .. ..... . ......

    .. .... ...........

    . . ..... .. . .. ....

    ....... . . ......built. . ....

    . . ...to . .. ....spill....?

  • Rand0

    someone who thinks he remembers his dreams

  • grayhood0

    keeeeeeeeppppp....

    ....o:::::;it;;:::....:..like

    a..

    ....................secret.....

  • Rand0

    this is the word version of the